बस केवल कृष्ण की ही कमी है
बाकी तो भरे ही पड़े है समाज में
धृतराष्ट्र भी दिख पड़े उस दिन बिहार में
उनके साथ जरूर ही रहे होंगे भीष्म पितामह
और दुर्योधन तो था ही अपने रंग में
बस केवल कृष्ण की ही कमी है
बाकी तो भरे ही पड़े है समाज में
दुस्सासन तो चारों ओर दिख रहा था
जो भैया के कहने पर सड़कों पर दौड़ रहा था
बस केवल कृष्ण की ही कमी है
बाकी तो भरे पड़े है समाज में
कहीं दूर शकुनि भी बैठे मुस्कुरा
रहे होंगे
और अपनी कामयाबी पर इतरा रहे होंगे
वाह क्या बात है
बीत गये युग, पर नहीं बिता यहाँ का रीत
आज भी महिलाओं को नंगे कर
उन पर हमले कर पुरुष अपनी मर्दानगी दिखाते हैं
बस केवल कृष्ण की ही कमी है
बाकी तो भरे ही पड़े है समाज में
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